Sachin Tendulkar Biography: Cricket stats,Early Life,Journy of Cricket
पूरा नाम – सचिन रमेश तेंदुलकर
जन्म – 24 अप्रैल, 1973
जन्मस्थान – मुंबई
पिता – रमेश तेंदुलकर
माता – रजनी तेंदुलकर
विवाह – अंजली के साथ
बच्चे – अर्जुन तेंदुलकर, सारा
राजापुर के मराठी ब्राह्मण परिवार में जन्मे सचिन का नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिये प्रोत्साहित किया था। सचिन के एक भाई नितिन तेंदुलकर और एक बहनसविताई तेंदुलकर भी हैं। 1994 में सचिन तेंदुलकर का विवाह अंजलि तेंदुलकर से हुआ। सचिन के दो बच्चे हैं - सारा और अर्जुन।
सचिन ने शारदाश्रम विद्यामन्दिर में अपनी शिक्षा ग्रहण की। वहीं पर उन्होंने प्रशिक्षक (कोच) रमाकान्त अचरेकर के सान्निध्य में अपने क्रिकेट जीवन का आगाज किया। तेज गेंदबाज बनने के लिये उन्होंने एम०आर०एफ० पेस फाउण्डेशन के अभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की पर वहाँ तेज गेंदबाजी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें पूर्ण रूप से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा।
सचिन तेंदुलकर का जन्म 14 अप्रैल 1973 को मुम्बई में हुआ|उनके पिता का नाम रमेश तेंदुलकर है और वह मराठी के प्रोफेशर थे और उन्हें किताबे लिखना उनका शौक था|उनके एक बढे भाई अजित तेंदुलकर और एक बहन सबिताऐ है सचिन तीनो भाई बहनो में सबसे छोटे हैं|5 साल के सचिन का एक ही शौक था सिर्फ क्रिकेट| 5 साल की उम्र में ही सचिन अपने से बड़ो बच्चो के साथ क्रिकेट खेलते और खूब छक्के लगाते|इसे देखकर उनके बड़े भाई अजीत आश्चर्य में आ जाते|1984 में अजित 11 साल की उम्र में सचिन को लेकर महाराष्ट्या के रमाकांत अचरेकर के पास गए|उसी दिन से सचिन की आँखों में क्रिकेटर बनने का ख्याब पलने लगा और उसी दिन घर लौटते समय सचिन ने अपने भाई से कहा मैं बाकि लोगो से अच्छा खेल सकता हु|यह था 11 साल के सचिन का आत्मविश्वास|इस तरह सचिन के स्वभाव में भी क्रिकेट ही रहा|
दोस्तों आपको बताये सचिन तेंदुलकर ने समय के साथ रनों का ढेर लगा दिया है|जिसे आसानी से नही तोडा जा सकता और न ही अभी तक कोई तोड़ पाया|उन्होंने 29 जून, 2007 को दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध आयरलैंड में खेलते हुए एक दिवसीय मैचों में 15000 रन पूरे कर लिए| इतने रन बनाने के बाद सचिन विश्व के ऐसे प्रथम खिलाड़ी बन गए, जिंन्होंने इतने बड़े आंकड़े को छुआ है|विश्व के श्रेष्ठतम बल्लेबाज माने जाने वाले आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन ने एक बार सचिन के बारे में कहा था- ”मैंने उसे टीवी पर खेलते हुए देखा और उसकी खेल तकनीक देखकर दंग रह गया|तब मैंने अपनी पत्नी को अपने पास बुला कर उसे देखने को कहा|हालांकि मैंने स्वयं को खेलते हुए कभी नही देखा, लेकिन मुझे महसूस होता है कि यह खिलाड़ी ठीक वैसा ही खेलता है जैसा मैं खेलता था”|
सन 1990 में इंग्लैंड के दौरे में अपने टेस्ट में की पहली Century (नाबाद 119) मारी और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण आफ्रिका यहाँ के दौरे में Century का कार्यक्रम चलता रहा|महत्त्वपूर्ण बात ये है की शारजा में कोका कोला वर्ल्ड कप Oneday match के सेमी फायनल और फायनल में के सचिन के न भूलने वाले ये ऐसे परफॉरमेंस के वजह से ‘चमत्कार’ के रूप में सभी लोग सचिन की तरफ देखने लगे| उसका ये परफॉरमेंस ‘डेझर्ट स्टॉर्म’ के नाम से मशहूर हुयी| उसके बाद दो दिन बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फायनल मैच में सचिन ने फिर एक बार 131 बॉल में 134 रन निकाल भारत को जीत दिला दी|इस मॅच के बाद ‘Cricket international’ इस पत्रिका ने भी उसका ‘दूसरा ब्रँडमन के रूप गौरव किया और इतना ही नहीं तो खुद ब्रँडमन नही उसका स्वीकार किया|
सचिन तेंदुलकर ऐसे एकमात्र खिलाडी है जिनको राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया|सचिन क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्व भर में उनके अनेक प्रशंसक हैं|उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से भिन्न-भिन्न नामों से पुकारते हैं जिनमें सबसे प्रचलित लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर है|क्रिकेट के अलावा वह अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के मालिक भी हैं|इतना ही नही सचिन तत्काल में राज्य सभा के सदस्य हैं, सन् 2012 में उन्हें राज्यसभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था|
आप सभी को पता होगा अभी हाल ही में सचिन पर एक फिल्म बनी जिसका नाम है “सचिन – ए बिलियन ड्रीम्स“|आपको बताना चाहूगा की इस फ़िल्म का टीज़र भी बहुत रोमांचक हैं|टीजर में एक ऐसे इंसान को उसी की कहानी सुनाते हुए देखेंगे जो एक शरारती बच्चे से एक हीरो बनकर उभरता है|ख़ुद सचिन तेंदुलकर का भी ये मानना है कि क्रिकेट खेलने से अधिक चुनौतीपूर्ण अभिनय करना है|सचिन – ए बिलियन ड्रीम्स’ का निर्माण रवि भगचंदका ने किया है और इसका निर्देशन जेम्स अर्सकिन ने किया|आप सभी इस फिल्म को जरुर देखे|
सम्मान
- भारत रत्न: 16 नवम्बर 2013 को मुंबई में सचिन के क्रिकेट से संन्यास लेने के संकल्प के बाद ही भारत सरकार ने भी उन्हें देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न देने की आधिकारिक घोषणा कर दी।[25] ४ फ़रवरी 2014 को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उन्हें भारत रत्न से सम्मनित किया गया।[26] 40 वर्ष की आयु में इस सम्मान को प्राप्त करने वाले वे सबसे कम उम्र के व्यक्ति और सर्वप्रथम खिलाड़ी हैं।[6] गौरतलब है कि इससे पहले यह सम्मान खेल के क्षेत्र में नहीं दिया जाता था। सचिन को यह सम्मान देने के लिए पहले नियमों में बदलाव किया गया था।
- राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं।
- सन् 2007 में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है।
राष्ट्रीय सम्मान
- 1994 - अर्जुन पुरस्कार, खेल में उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार द्वारा
- 1997-98 - राजीव गांधी खेल रत्न, खेल में उपलब्धि के लिए दिए गए भारत के सर्वोच्च सम्मान
- 1999 - पद्मश्री, भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
- 2001 - महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
- 2008 - पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
- 2014 - भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार
अन्य सम्मान
- 1997 - इस साल के विज्डन क्रिकेटर
- 2002 - बराबरी की तेंदुलकर की उपलब्धि के उपलक्ष्य में डॉन ब्रैडमैन टेस्ट क्रिकेट में 'एस 29 शताब्दियों, मोटर वाहन कंपनी फेरारी में अपनी मंडूक करने के लिए उसे आमंत्रित सिल्वरस्टोन की पूर्व संध्या पर ब्रिटिश ग्रांड प्रिक्स एक प्राप्त करने के लिए, 23 जुलाई को फेरारी 360 मोडेना F1 दुनिया से चैंपियन माइकल शूमाकर
- 2003 - 2003 क्रिकेट विश्व कप के प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट
- 2004, 2007, 2010 - आईसीसी विश्व एक दिवसीय एकादश
- 2009, 2010, 2011 - आईसीसी विश्व टेस्ट एकादश
- 2010 - खेल और कम से पीपुल्स च्वाइस अवार्ड में उत्कृष्ट उपलब्धि एशियाई पुरस्कार, लंदन में
- 2010 - विज़डन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर
- 2010 - वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के लिए आईसीसी पुरस्कार, सर गारफील्ड सोबर्स ट्राफी
- 2010 - एलजी पीपुल्स च्वाइस अवार्ड
- 2010 - भारतीय वायु सेना द्वारा मानद ग्रुप कैप्टन की उपाधि
- 2011 - बीसीसीआई द्वारा वर्ष के सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर
- 2011 - कैस्ट्रॉल वर्ष के इंडियन क्रिकेटर
- 2012 - विज्डन इंडिया आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट पुरस्कार
- 2012 - सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) की मानद आजीवन सदस्यता
- 2012 - ऑस्ट्रेलिया के आदेश के मानद सदस्य, ऑस्ट्रेलियाई सरकार द्वारा दिए गए
- 2013 - भारतीय पोस्टल सर्विस ने तेंदुलकर का एक डाक टिकट जारी किया और वह मदर टेरेसा के बाद दूसरे भारतीय बने जिनके लिये ऐसा डाक टिकट उनके अपने जीवनकाल में जारी किया गया
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